- लोकसभा की 543 सीटों के लिए किस चरण में, कब और कितनी सीटों पर मतदान होंगे, यहाँ देखें।
- पहले चरण के लिए मतदान 11 अप्रैल को होगा और 20 राज्यों की 91 सीटों पर वोट डाले जाएँगे।
- बिहार, पश्चिम बंगाल और उत्तर प्रदेश में सभी सात चरणों में मतदान होंगे।
- जम्मू-कश्मीर में लोकसभा की छह सीटें हैं, लेकिन चुनाव आयोग ने सात सीटों पर चुनाव कराने का एलान कर दिया। पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने ट्वीट कर इस चूक की ओर ध्यान खींचा है।
Something is wrong with this announcement. The ECI has counted 7 or 8 LS seats for my state but J&K only has SIX seats. #confused
— Omar Abdullah (@OmarAbdullah) March 10, 2019
- यह साफ़ हो गया है कि जम्मू-कश्मीर में विधानसभा चुनाव वहाँ लोकसभा चुनावों के साथ नहीं होंगे। लेकिन, ओड़ीशा में लोकसभा के साथ ही विधानसभा के चुनाव भी होंगे।
राजनीतिक दलों को मोदी की शुभकामनाएँ
- प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मतदान की तारीख़ों के एलान होने के बाद ट्वीट कर सभी राजनीतिक दलों के सभी लोगों को शुभकामनाएँ दी हैं। उन्होंने इसके साथ ही चुनाव आयोग और उसके अधिकारियों को भी अपनी शुभेच्छाएँ दी हैं।
Wishing all political parties and candidates the very best for the 2019 Lok Sabha elections.
— Narendra Modi (@narendramodi) March 10, 2019
We may belong to different parties but our aim must be the same- the development of India and empowerment of every Indian!
किस चरण में कितने राज्य
- पहला चरण : 91 सीट 20 राज्य
- दूसरा चरण : 97 सीट 13 राज्य
- तीसरा चरण : 115 सीट 14 राज्य
- चौथा चरण : 71 सीट 9 राज्य
- पाँचवा चरण : 51 सीट 7 राज्य
- छठा चरण : 59 सीट 7 राज्य
- सातवाँ चरण : 59 सीट 8 राज्य
किस चरण में कितनी सीटें
- पहला चरण : 91 सीटें
- दूसरा चरण : 97 सीटें
- तीसरा चरण : 115 सीटें
- चौथा चरण : 71 सीटें
- पाँचवा चरण : 51 सीटें
- छठा चरण : 59 सीटें
- साँतवा चरण: 59 सीटें
- कब-कब होंगे मतदान
- मतदान का पहला चरण 11 अप्रैल को
- मतदान का दूसरा चरण 18 अप्रैल को
- तीसरा चरण 23 अप्रैल को
- चौथा चरण 29 अप्रैल को
- पाँचवा चरण 6 मई को
- छठा चरण 12 मई को
- सातवाँ चरण 19 मई को
- मुख्य चुनाव आयुक्त सुनील अरोड़ा ने कहा कि मतदान सात चरणों में होेंगे। मतों की गिनती एक दिन 23 मई को होगी।
- अभी से ही चुनाव की आचार संहिता लागू हो गई।
- मुख्य चुनाव आयुक्त का कहना है कि हर बूथ पर वीवीपैट यानी वोटर वेरीफ़ायबल पेपर ऑडिट ट्रेल का इस्तेमाल किया जाएगा। इस मशीन से ज़रूरत पड़ने पर वोट का प्रिंट आउट निकाला जा सकता है।
- मुख्य चुनाव आयुक्त सुनील अरोड़ा ने साफ़ किया कि मतदान के लिए पहले से तय 11 पहचान पत्रों में से किसी एक का इस्तेमाल किया जा सकता है।
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