सभी सर्वेक्षण अभी तक यह मानने को मजबूर हैं कि इस बार किसी एक दल को पूर्ण बहुमत मिलना बेहद मुश्किल है जैसा 2014 के आम चुनाव में “अच्छे दिन आयेंगे” के सपने के कारण तीन दशक बाद संभव हो सका था ! सच यह है कि “चौकीदार चोर है” जब तक रंग पकड़ता, तब तक सर्जिकल स्ट्राइक 2 (बालाकोट)का मौक़ा मोदी जी को मिल गया और वह 2019 के चुनाव का केंद्रीय नारा बनते-बनते रह गया।