केरल के पलक्कड़ में सीपीएम की स्थानीय समिति के एक सदस्य की हत्या कर दी गई। अधिकारियों ने रविवार 15 अगस्त को यह जानकारी दी।
पीड़ित की पहचान शाहजहां के रूप में हुई है, जिसकी बीती रात करीब 9.15 बजे पलक्कड़ के मारुथारोड में उसके घर के पास हत्या कर दी गई थी। केरल में सीपीएम की सरकार है।
पुलिस की शुरुआती रिपोर्ट के मुताबिक 5 से 8 लोगों के समूह ने शाहजहां पर हमला किया था। पुलिस ने कहा, आठ लोगों के एक समूह ने शाहजहां पर उस समय हमला किया जब वो अपने घर के पास पहुंच चुके थे।
पुलिस ने मामले में राजनीतिक बदले की आशंका जताई।
पुलिस ने कहा, वह एक राजनीतिक हत्या के मामले में आरोपी था और हमें संदेह है कि यह भी उसी घटना का नतीजा है। आगे की जांच चल रही है।
केरल में राजनीतिक हत्याएं बढ़ती जा रही हैं। कभी यह सीपीएम बनाम आरएसएस होती है तो कभी यहा आरएसएस बनाम पीएफआई होती है।
इससे पहले 19 अप्रैल को, पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (पीएफआई) के नेता सुबैर की हत्या के सिलसिले में तीन लोगों को गिरफ्तार किया गया था, जिनकी केरल के पलक्कड़ जिले में उनके पिता के सामने हत्या कर दी गई थी। पुलिस के अनुसार, गिरफ्तार किए गए तीन लोगों की पहचान आरएसएस कार्यकर्ता रमेश, अरुमुघम और सरवनन के रूप में हुई है।
विशेष रूप से, पीएफआई नेता की हत्या के 24 घंटे के भीतर पलक्कड़ में एक आरएसएस कार्यकर्ता श्रीनिवासन की हत्या कर दी गई थी। बीजेपी ने आरोप लगाया था कि हत्या के पीछे पीएफआई की राजनीतिक शाखा सोशल डेमोक्रेटिक पार्टी ऑफ इंडिया का हाथ है।
पुलिस अधिकारी ने कहा कि जिस मकसद को हम समझते हैं वह यह है कि आरोपी रमेश आरएसएस कार्यकर्ता संजीत का करीबी दोस्त है, जिसकी हत्या की गई थी। संजीत की हत्या से पहले, उसने रमेश से कहा था कि अगर उसे कुछ हुआ तो सुबैर की कुछ भूमिका होगी।
वहीं एडीजीपी (लॉ एंड ऑर्डर) विजय सखारे ने संवाददाताओं से कहा, सुबैर की दो बार पहले भी हत्या की कोशिश की गई थी। केरल के पलक्कड़ जिले के एलापल्ली में 43 वर्षीय सुबैर की कथित तौर पर उस समय हत्या कर दी गई, जब वह शुक्रवार दोपहर एक मस्जिद में नमाज अदा कर घर लौट रहा था।
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