कांग्रेस को डर है कि झारखंड में ‘ऑपरेशन लोटस’ के तहत बीजेपी उसके विधायकों में सेंध लगा सकती है। कांग्रेस को यह डर राष्ट्रपति चुनाव में हुई वोटिंग के बाद पैदा हुआ है। 81 सदस्यों वाली झारखंड की विधानसभा में राष्ट्रपति चुनाव में कुल 79 विधायकों ने वोटिंग की।
कांग्रेस को झारखंड में ‘ऑपरेशन लोटस’ का डर
- झारखंड
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- 23 Jul, 2022
क्या अब झारखंड में ‘ऑपरेशन लोटस’ चलेगा। कांग्रेस को इस बात का डर क्यों है?

79 में से कुल 70 वोट एनडीए की ओर से जीतीं उम्मीदवार द्रौपदी मुर्मू के पक्ष में पड़े जबकि कुछ विपक्षी दलों के उम्मीदवार यशवंत सिन्हा को सिर्फ 9 वोट मिले।
सवाल यह है कि जब राज्य में कांग्रेस के पास 18 विधायक हैं, आरजेडी, सीपीआई(एमएल) और एनसीपी के पास 1-1 विधायक हैं तो फिर यशवंत सिन्हा को 9 ही वोट कैसे मिले। जबकि झारखंड मुक्ति मोर्चा के पास 30, बीजेपी के पास 26 विधायक और आजसू के पास 2 विधायक हैं। इसके बाद भी द्रौपदी मुर्मू को 70 वोट मिले हैं। 2 विधायक निर्दलीय भी हैं।