झारखंड में विधानसभा चुनाव को लेकर इंडिया ब्लॉक द्वारा साझा तौर पर जारी किए गए घोषणा पत्र को लेकर राजनीतिक बहस छिड़ी है। दरअसल, इंडिया ब्ल़ॉक ने ‘एक वोट सात गांरटी’ के नाम से जारी इस घोषणा पत्र में कई वैसे मुद्दे और सवालों को नए सिरे से उछाल दिया है, जिसे लेकर सत्तारूढ़ झारखंड मुक्ति मोर्चा बीजेपी तथा केंद्र सरकार को लगातार निशाने पर लेती रही है। पूछा जा सकता है कि वे कौन सी गारंटी है, जिन पर झारखंड मुक्ति मोर्चा अब भी कायम है। दूसरी तरफ़ बीजेपी इंडिया ब्लॉक की इन सात गारंटी से इतनी परेशान क्यों है।
झारखंड: इंडिया ब्लॉक की ‘7 गारंटी’ से बीजेपी क्यों तिलमिलाई?
- झारखंड
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- 29 Mar, 2025

झारखंड विधानसभा चुनाव को लेकर बीजेपी द्वारा संकल्प पत्र जारी किए जाने के बाद अब इंडिया गठबंधन ने घोषणा पत्र जारी किया है। जानिए, इस घोषणा पत्र पर बीजेपी ने क्या कहा है और दोनों के घोषणा पत्रों में क्या अंतर है।
मंगलवार, पांच नवंबर को चुनाव प्रचार करने झारखंड दौरे पर आए कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे के साथ झारखंड मुक्ति मोर्चा के कार्यकारी अध्यक्ष और मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन, आरजेडी के जेपी यादव तथा सीपीआई-एमएल के शुभेंदु सेन ने संयुक्त रूप से घोषणा पत्र जारी किया है। ये दल अलग से भी अपना घोषणा पत्र जारी करेंगे।
घोषणा पत्र जारी करते हुए कांग्रेस के अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा, “हम जुमलेबाजी जुमलेबाजी नहीं करते हैं, जो कहते हैं उसे पूरे करते हैं। झारखंड में भी यही करेंगे। हम फूड सिक्योरिटी एक्ट और भूमि अधिग्रहण का कानून लाया था, वे भी पूरे किए।“