झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के सामने ढेरों उम्मीदों और चुनौतियां हैं। ये चुनौतियाँ क्या हैं और इनसे वे कैसे निपटेंगे? वरिष्ठ पत्रकार नीरज सिन्हा की रिपोर्ट-
झारखंड में भाजपा के हिन्दुत्व एजेंडे को धूल चटाकर ऐतिहासिक जीत हासिल करने वाले हेमंत सरकार के सामने चुनौतियां अभी कम नहीं हुई हैं। जिस अबुआ सरकार का उन्होंने वादा किया है, उस टारगेट को पाना आसान नहीं है। झारखंड के वरिष्ठ पत्रकार नीरज सिन्हा ने इसका विश्लेषण किया है।
झारखंड में विधानसभा चुनावों में झारखंड मुक्ति मोर्चा की शानदार जीत में आख़िर सबसे बड़ा योगदान किसका? जानिए, हेमंत और कल्पना ने आख़िर किस रणनीति से बीजेपी को दी शिकस्त।
झारखंड में दूसरे और अंतिम चरण का मतदान बुधवार 20 नवंबर को है। इस चरण में झारखंड मुक्ति मोर्चा के लिए संथालपरगना की लड़ाई महत्वपूर्ण है। भाजपा यहां के कभी नहीं जीत सकी है। अंतिम चरण के हालात जानिएः
झारखंड विधानसभा चुनाव में कल्पना सोरेन एक लोकप्रिय नेता के रूप में उभरी हैं मगर क्या वे चुनाव का रुख़ बदल पाएंगी? वरिष्ठ पत्रकार नीरज सिन्हा की रिपोर्ट-
क्या हेमंत सोरेन ने बीजेपी के नारे बँटेंगे तो कटेंगे का जवाब ढूँढ़ लिया है? क्या उनका नारा वोट से कूटेंगे चलेगा? वरिष्ठ पत्रकार नीरज सिन्हा की विशेष रिपोर्ट-
क्या बीजेपी हेमंत सोरेन की छवि बिगाड़ने की साज़िश पर उतर आई है? क्या उसने सोशल मीडिया पर इसके लिए लाखों रुपए खर्च किए हैं? वरिष्ठ पत्रकार नीरज सिन्हा की रिपोर्ट-
बीजेपी में टिकटों के बंटवारे से नाखुश लगभग एक दर्ज़न नेता पार्टी छोड़ चुके हैं और उनमें से कई पार्टी के ही ख़िलाफ़ चुनाव लड़ रहे हैं। इसका चुनाव नतीजों पर क्या असर पड़ सकता है, बता रहे हैं वरिष्ठ पत्रकार नीरज सिन्हा-
झारखंड चुनाव के पहले चरण में किसका ज़ोर? आदिवासी मतदाता किसका साथ देंगे? क्या बीजेपी आदिवासियों में सेंध लगा पाएगी? वरिष्ठ पत्रकार नीरज सिन्हा की रिपोर्ट-
झारखंड विधानसभा चुनाव को लेकर बीजेपी द्वारा संकल्प पत्र जारी किए जाने के बाद अब इंडिया गठबंधन ने घोषणा पत्र जारी किया है। जानिए, इस घोषणा पत्र पर बीजेपी ने क्या कहा है और दोनों के घोषणा पत्रों में क्या अंतर है।