झारखंड विधानसभा चुनाव को लेकर 43 सीटों के लिए पहले चरण में 13 नवंबर को वोट डाले जाएंगे। इनमें कोल्हान की 14 सीटें भी शामिल हैं, जहां 2019 के चुनाव में बीजेपी का खाता भी नहीं खुला था। पहले चरण में ही राज्य में आदिवासियों के रिजर्व 28 में से 20 सीटों पर भी चुनाव है। सबकी निगाहें आदिवासियों के लिए रिजर्व सीटों पर है। पूछा जा सकता है कि पठारी क्षेत्र में वोट को लेकर आदिवासियों का मन-मिजाज कैसा है।
झारखंडः पहला चरण, 43 सीट; आदिवासी किसके साथ?
- झारखंड
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- 11 Nov, 2024

पहले चरण में कोल्हान के अलावा पलामू रिजन की नौ और छोटानागपुर रिजन की 18 सीटों पर वोट डाले जाएंगे। पहले चरण में जिन 43 सीटों पर वोट डाले जाएंगे, वहाँ चुनाव प्रचार सोमवार को ख़त्म हो गया।
दरअसल, झारखंड में सत्ता हासिल करने के लिए आदिवासियों के लिए रिजर्व सीटों पर जीत- हार के मायने बेहद महत्वपूर्ण रहे हैं। 2019 के चुनाव में आदिवासियों के लिए रिजर्व 28 में से सिर्फ दो सीट पर बीजेपी को जीत मिली थी। इसके साथ ही बीजेपी ने सत्ता गंवा दी थी। जाहिर तौर पर बीजेपी ने इस बार खोई जमीन के साथ सत्ता में वापसी के लिए पूरी ताक़त झोंक रखी है। दूसरी तरफ़ इंडिया ब्लॉक के सबसे बड़े दारोमदार और मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन तथा उनकी पत्नी जेएमएम विधायक कल्पना सोरेन इस टसल में सबसे बड़े लड़इया के तौर पर उभरे हैं।