जम्मू-कश्मीर का विशेष दर्जा ख़त्म करते समय केंद्र सरकार ने तर्क दिया था कि इससे आतंकवाद का ख़ात्मा हो जाएगा। इस बेबुनियाद तर्क का विरोध उस समय भी हुआ था। लेकिन हाल की आतंकवादी वारदात ने साबित कर दिया है कि घाटी में आतंकवाद ख़त्म तो नहीं ही हुआ है, कई गुट एकजुट हो गए हैं।
कश्मीर में आतंकवाद का नया चेहरा, लश्कर नहीं, 'द रेजिस्टेंस फ़्रंट'
- जम्मू-कश्मीर
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- 5 May, 2020
हंदवाड़ा में लगातार दो दिन में दो आतंकवादी हमले हुए। पहले, रविवार को सुरक्षा बलों के 5 और इसके अगले दिन यानी सोमवार को 3 लोग शहीद हुये।
