दावे भले ही जम्मू-कश्मीर में स्थिति सामान्य होने के किए जाते रहे हों, लेकिन स्थिति कहीं ज़्यादा ख़राब है। अनुच्छेद 370 में फेरबदल के बाद ऐसे हज़ारों लोग हैं जो अपनों से संपर्क तक नहीं साध पा रहे हैं। जिन लोगों को गिरफ़्तार किया गया है उनके परिवार वालों की स्थिति कहीं ज़्यादा ख़राब है। पहले बिना कारण गिरफ़्तार किया गया। न तो यह बताया गया कि कब तक रखा जाएगा और न ही यह कि कहाँ रखा गया है। अब ऐसी रिपोर्टें हैं कि इन्हें गिरफ़्तार कर जम्मू-कश्मीर से बाहर लखनऊ, वाराणसी और आगरा भेजा गया है।
कश्मीर से गिरफ़्तार कर क्यों भेजा गया आगरा-वाराणसी ?
- जम्मू-कश्मीर
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- 26 Aug, 2019
अनुच्छेद 370 में फेरबदल के बाद ऐसे हज़ारों लोग हैं जो अपनों से संपर्क तक नहीं साध पा रहे हैं। हज़ारों लोग गिरफ़्तार किए गए। ऐसी रिपोर्टें हैं कि इन्हें गिरफ़्तार कर जम्मू-कश्मीर से बाहर लखनऊ, वाराणसी और आगरा भेजा गया है।

जिन लोगों को गिरफ़्तार किया गया है उनमें प्रमुख व्यापारी नेता, मानवाधिकार कार्यकर्ता, चुने हुए राजनेता, शिक्षक और यहाँ तक कि 14 साल तक के छात्र भी शामिल हैं। ये गिरफ़्तारियाँ अनुच्छेद 370 में फेरबदल से ठीक पहले और बाद में भी हुईं। हालाँकि ऐसे गिरफ़्तार लोगों की ठीक संख्या बताना मुश्किल है, लेकिन रिपोर्टें हैं कि ऐसे क़रीब 2000 हज़ार लोग हैं।