दावे भले ही जम्मू-कश्मीर में स्थिति सामान्य होने के किए जाते रहे हों, लेकिन स्थिति कहीं ज़्यादा ख़राब है। अनुच्छेद 370 में फेरबदल के बाद ऐसे हज़ारों लोग हैं जो अपनों से संपर्क तक नहीं साध पा रहे हैं। जिन लोगों को गिरफ़्तार किया गया है उनके परिवार वालों की स्थिति कहीं ज़्यादा ख़राब है। पहले बिना कारण गिरफ़्तार किया गया। न तो यह बताया गया कि कब तक रखा जाएगा और न ही यह कि कहाँ रखा गया है। अब ऐसी रिपोर्टें हैं कि इन्हें गिरफ़्तार कर जम्मू-कश्मीर से बाहर लखनऊ, वाराणसी और आगरा भेजा गया है।