आर्थिक मोर्चे पर अब मोदी सरकार के साथ-साथ आम लोगों को भी तगड़ा झटका लगा है। ख़ुदरा में ख़रीदे जाने वाले सामान महंगे हो गए हैं। औद्योगिक उत्पादन में भी 3.8 फ़ीसदी की ज़बरदस्त गिरावट आई है।