भारतीय रिज़र्व बैंक ने सकल घरेलू उत्पाद यानी जीडीपी वृद्धि दर में कटौती कर दी है। आरबीआई ने इसे 6.9 प्रतिशत से कम कर 6.1 प्रतिशत कर दिया है। इसके साथ ही उसने उस ब्याज दर को कम कर दिया, जिस पर वह वाणिज्यिक बैंकों को पैसे देता है। इसका अर्थ यह है कि लोगों को जिस दर पर ब्याज चुकाना होता है, वह भी कम होगी। इसका मतलब यह है कि आपका ईएमआई अब कम हो जाएगा।