भारतीय रिज़र्व बैंक यानी आरबीआई ने भारत की जीडीपी यानी सकल घरेलू उत्पाद की वृद्धि दर -9.5 फ़ीसदी रहने का अनुमान लगाया है। यानी सीधे तौर पर कहें तो भारत की अर्थव्यवस्था इतनी सिकुड़ेगी। आरबीआई गवर्नर शक्तिकांत दास ने कहा है कि मौद्रिक नीति समिति ने सर्वसम्मति से नीतिगत दरों में कोई बदलाव नहीं करने का फ़ैसला लिया है। हालाँकि इसके पीछे ऊँची मुद्रास्फ़ीति यानी महँगाई को कारण बताया गया है।