भले ही केंद्र व दिल्ली सरकार और विशेषज्ञ इस बात को कह रहे हों कि भारत में कोरोना की दूसरी लहर कमजोर पड़ रही है और हालात पूरी तरह नियंत्रण में हैं। लेकिन एक रिपोर्ट बताती है कि कोरोना को हल्के में लेने की क़तई ज़रूरत नहीं है।
ठंड में दिल्ली में कोरोना के हर दिन 15 हज़ार नए केस आ सकते हैं: रिपोर्ट
- दिल्ली
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- 9 Oct, 2020
भारत जैसे लचर स्वास्थ्य सुविधाओं वाले देश में कई राज्यों में अब तक कोरोना की टेस्टिंग का बुरा हाल है।

आने वाले दिन ठंड के हैं और इन दिनों में आमतौर पर अधिकांश लोगों को सर्दी, जुकाम-बुखार रहता है। भारत जैसे लचर स्वास्थ्य सुविधाओं वाले देश में कई राज्यों में अब तक कोरोना की टेस्टिंग का बुरा हाल है। ऐसे में रोजमर्रा के काम-काज के बोझ से दबा आदमी टेस्ट कराने नहीं जा पाता और सर्दी, जुकाम-बुखार को यह कहकर नज़रअंदाज कर देता है कि ऐसे लक्षण तो हर साल होते हैं।
परेशानी की बात यह है कि जब तक तबीयत ज़्यादा नहीं बिगड़ जाती, वह टेस्ट कराने नहीं जाता और तब तक वह इस वायरस का संक्रमण कई जगह फैला चुका होता है। इसलिए बेहद सतर्क रहने की ज़रूरत है और एक ताज़ा रिपोर्ट इसे लेकर आगाह करती है।