असम के शिक्षा मंत्री हिमन्त विश्व शर्मा ने गुरुवार को कहा है कि असम में अगले नवंबर महीने से सरकारी सहायता से चलने वाले 614 मदरसे और 101 संस्कृत टोल (संस्कृत पाठशाला) बंद कर दिए जाएँगे। असम की बीजेपी सरकार ने 'धार्मिक आधार' पर शिक्षा नहीं देने की नीति के तहत यह फ़ैसला किया है। तर्क चाहे जो भी दिए जाएँ लेकिन जिस तरह 2016 के चुनाव में असम में सत्ता संभालने वाली बीजेपी धार्मिक ध्रुवीकरण की राजनीति करती रही है और संघ की योजनाओं पर अमल करती रही है, उसे देखते हुए मदरसों को बंद करने के फ़ैसले के पीछे भी उसकी सांप्रदायिक सोच नज़र आ रही है।