भारतीय रिज़र्व बैंक ने वित्तीय वर्ष 2022-23 की पहली तिमाही यानी अगले साल अप्रैल-जून के लिए सकल घरेलू अनुपात (जीडीपी) में 17.2 प्रतिशत वृद्धि का अनुमान लगाया। इसके अलावा दूसरी तिमाही में जीडीपी में 7.8% वृद्धि का अनुमान है।
ब्याज दरों में बदलाव नहीं, जीडीपी वृद्धि दर 17.2% होने की उम्मीद
- अर्थतंत्र
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- 8 Dec, 2021
भारतीय रिज़र्व बैंक ने ब्याज दरों में किसी तरह का कोई बदलाव नहीं किया, लेकिन जीडीपी में बड़ी वृद्धि की उम्मीद की है। यह कैसे मुमकिन होगा?

यदि भारतीय अर्थव्यवस्था इस दर से विकास करती है तो यह बड़ी बात होगी क्योंकि यह अभी भी कोरोना की चपेट से पूरी तरह बाहर नहीं निकल पाई है। इसके अलावा कोरोना वायरस का नया वैरिएंट ओमिक्रॉन जिस तरह तेजी से फैल रहा है, उससे इस महामारी के बने रहने की आशंका को बल मिलता है। यदि ऐसा हुआ तो आर्थिक गतिविधियों पर बुरा असर पड़ेगा और देश का आर्थिक विकास भी प्रभावित होगा।