कोरोना संक्रमण
मूडीज़ ने कहा है कि चीन में कोरोना वाइरस संक्रमण की वजह से भारत की अर्थव्यवस्था पर बुरा असर पड़ सकता है। इस रेटिंग एजेन्सी ने कहा है, 'अर्थव्यवस्था के कुछ इन्डीकेटर में सुधार होने की वजह से यह उम्मीद की जा रही थी कि स्थिरता आ जाएगी। हालांकि अर्थव्यवस्था में सुधार इस शुरू हो जाएगी, पर हमें लगता है कि इसकी रफ़्तार हमारे अनुमान से कम होगी।'मूडीज़ का कहना है कि कोरोना संक्रमण का असर अंतरराष्ट्रीय अर्थव्यवस्था पर पड़ेगा। इसने कहा, 'हमने अपने अंतरराष्ट्रीय अनुमान में कटौती की है। हमारा अनुमान है कि जी-20 के देशों में सकल घरेलू उत्पाद वृद्धि दर 2.4 प्रतिशत होगी।'
मूडीज़ ने यह भी कहा है कि वित्तीय वर्ष 2020-21 के दौरान इसमें सुधार हो सकता है और वृद्धि दर 6.6 प्रतिशत तक पहुँच सकती है।
मूडीज़ ने रेटिंग भी कम की थी
इसके पहले नवंबर में मूडीज़ इनवेस्टर सेवा ने भारत की रेटिंग में कटौती कर दी है। इसने भारत की रेटिंग को 'स्टेबल' से गिरा कर 'निगेटिव' कर दिया है।लेकिन इसके साथ ही मूडीज़ ने भारत की रेटिंग 'बीएए2' को बरक़रार रखा है।सरकार ने उस समय मूडीज़ की आशंकाओं को सिरे से खारिज कर दिया था। वित्त मंत्रालय का कहना था कि भारत सबसे ज़्यादा तेज़ी से बढ़ने वाली अर्थव्यवस्थाओं में एक है और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर इसकी स्थिति में कोई गिरावट नहीं आई है।
सरकार का तर्क था कि इसने पहले से ही कई तरह के सुधार किए हैं, जिससे अर्थव्यवस्था से जुड़ी आशंकाओं को दूर किया जा सके। इसके अलावा इसने अंतरराष्ट्रीय मंदी को देखते हुए कई तरह के नीतिगत फ़ैसले भी किए हैं।
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