भारतीय रिज़र्व बैंक के पूर्व गर्वनर रघुराम राजन का मानना है कि देश आर्थिक महाविनाश की कगार पर खड़ा है और अर्थव्यवस्था को सुधारना अकेले प्रधानमंत्री कार्यालय के बूते की बात नहीं है। इसलिए पूर्व वित्त मंत्रियों समेत कई दूसरे लोगों की मदद लेनी चाहिए और इसमें यह नहीं देखना चाहिए कि वह आदमी किस राजनीतिक दल का है। उन्होंने इस पर चिंता जताई कि स्थिति बदतर हो सकती है।