पिछले कुछ सालों से मोदी सरकार द्वारा जारी आर्थिक विकास के आँकड़ों पर अक्सर सवाल खड़े किए जाते रहे हैं। अब प्रिंस्टन यूनिवर्सिटी के प्रोफ़ेसर ने ताज़ा जीडीपी विकास दर के आँकड़ों पर तब सवाल उठाए हैं जब भारत की अध्यक्षता में हो रहे जी20 शिखर सम्मेलन के लिए दुनिया भर के बड़े-बड़े नेता दिल्ली में जुटे हैं।
प्रिंस्टन के प्रोफेसर का दावा- 'भारत की विकास दर की कहानी सही नहीं'
- अर्थतंत्र
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- 8 Sep, 2023
राष्ट्रीय सांख्यिकी डेटा यानी एनएसओ ने कहा है कि पिछली तिमाही में भारत का सकल घरेलू उत्पाद यानी जीडीपी 7.8% बढ़ा है। इस आँकड़े पर प्रिंस्टन यूनिवर्सिटी के प्रोफेसर किस आधार पर गंभीर सवाल उठा रहे हैं?

एक अर्थशास्त्री के रूप में लंबे समय तक विश्व बैंक और अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष में काम करने वाले अशोक मोदी का दावा है कि राष्ट्रीय सांख्यिकी कार्यालय यानी एनएसओ ने यह गलत कहा है कि पहली तिमाही (अप्रैल-जून) में भारत की जीडीपी वृद्धि 7.8 प्रतिशत रही। उनका तर्क है कि यह 4.5 प्रतिशत होना चाहिए। उन्होंने यह दावा प्रोजेक्ट सिंडिकेट के लिए लिखे गए एक लेख में किया है। प्रोजेक्ट सिंडिकेट एक अंतरराष्ट्रीय मीडिया संगठन है जो विभिन्न वैश्विक विषयों पर टिप्पणी और विश्लेषण प्रकाशित और सिंडिकेट करता है।