देश में अर्थव्यवस्था की ख़राब हालत पर बार-बार होने वाली टीका-टिप्पणियों के साथ उसके दिखाई देने वाले प्रभावों के मद्देनजर केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने शुक्रवार को प्रेस कॉन्फ़्रेंस कर कई उपायों की घोषणा की और इससे साफ़ हो गया है कि सरकार ने स्वीकार कर लिया है कि मंदी का कारण अत्यधिक सख़्ती भी है। प्रीवेंशन ऑफ़ मनी लॉन्ड्रिंग एक्ट और आधार संबंधी नियमों में ज़रूरी बदलाव की घोषणा इसी श्रेणी में है। इसी तरह जीएसटी रीफ़ंड 30 दिन में देने की घोषणा ग़लतियों पर सुनवाई करने की तरह है।
ताक़त के इंजेक्शन से नहीं सुधरेगी अर्थव्यवस्था
- अर्थतंत्र
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- 23 Aug, 2019

मंदी के कारणों को समझने और कार्रवाई करने के बजाय कुतर्कों से जीतने की कोशिश की गई और अब वही कार्रवाई की जा रही है जो चुनाव से पहले कर दी जानी चाहिए थी।