किया सेल्टोस की बुकिंग सोमवार को शुरू हुई और एक ही दिन में कंपनी को 6000 कारों के लिए बुकिंग मिल गई। इसी तरह, एमजी मोटर्स को 45 दिन में हैक्टर एसयूवी के लिए 21,000 बुकिंग मिल गए और अब उसने ऑर्डर लेना बंद कर दिया है। कहने की ज़रूरत नहीं है कि दोनों मामलों में गाड़ियों की बुकिंग अच्छी है और पिछले दिनों गाड़ियाँ नहीं बिकने तथा स्टॉक जमा होने की ख़बरों के बीच इसका अलग महत्व है और यह पूछा जाना चाहिए कि मंदी थी तो ये बुकिंग कैसे हुईं। जवाब मुश्किल नहीं है। इसीलिए पूछा नहीं जा रहा है, पर सवाल तो है। इसके दो उत्तर हैं। पहला तो यह कि बाजार नहीं होता तो क्या कोई कंपनी बाजार में नया उत्पाद उतारती। पर दूसरा उत्तर या सवाल इसी जवाब से जुड़ा है कि बिक्री का भरोसा था तो यह सब करने की क्या ज़रूरत थी। मुमकिन है, भरोसा इसी पर यानी इसी तरीक़े पर हो और अब नई कंपनी को भी कुछ ऑर्डर के साथ थोड़ा समय मिल गया है।
क्या सिर्फ़ कारों की बुकिंग होना मंदी से उबरने का संकेत है?
- अर्थतंत्र
- |
- |
- 19 Jul, 2019

किया सेल्टोस की बुकिंग सोमवार को शुरू हुई और एक ही दिन में कंपनी को 6000 कारों के लिए बुकिंग मिल गई। तो क्या सिर्फ़ कारों की बुकिंग मंदी से उबरने का संकेत हो सकती है?