सरकारी कंपनी एलआईसी को शेयर बाज़ार में शुरुआती दिन और शुरुआती कारोबार में ही जोरदार झटका लगा है। आईपीओ आने के बाद शेयर बाजार में लिस्टिंग के दिन एलआईसी के शेयर इश्यू प्राइस से कम में खुले। हालाँकि, कुछ समय के लिए शेयरों के दाम बढ़े लेकिन फिर से वह नीचे की ओर ही रहा।
देश का सबसे बड़ा आईपीओ, फिर LIC शेयरों के भाव कम क्यों?
- अर्थतंत्र
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- 17 May, 2022
देश के सबसे बड़े एलआईसी के आईपीओ आने के बाद शेयर बाज़ार में एलआईसी के शेयरों के दाम कम क्यों रहे? निवेशकों को इसमें उतनी दिलचस्पी क्यों नहीं है?

भारतीय जीवन बीमा निगम यानी एलआईसी भारत का अब तक का सबसे बड़ा आईपीओ यानी इनिशियल पब्लिक ऑफरिंग है। सरकार के स्वामित्व वाली इस कंपनी को सबसे बड़े आईपीओ का जैसा तमगा था, वैसी इसकी शुरुआत शेयर बाज़ार में नहीं रही। पहले तो शेयर बाज़ार में इसके शेयर को 8 फ़ीसदी की कमी पर लिस्टिंग ही की गई और जब खरीद-फरोख्त शुरू हुई तो भी इसमें ज़्यादा उत्साहजनक असर नहीं देखा गया। मामूली बढ़ोतरी होने के बाद शेयर के दाम लुढ़क गए। तो इसके शेयरों के दाम के लुढ़कने के मायने क्या हैं? क्या एलआईसी के भविष्य को लेकर निवेशकों में उत्साह नहीं है?