क्या भारतीय अर्थव्यवस्था मंदी के दौर में वाकई प्रवेश कर चुकी है? वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने इससे साफ़ इनकार किया है। लेकिन जब किसी अर्थव्यवस्था में उत्पादन, खपत, माँग लगातार कम हो रही हो, निवेश गिरता जा रहा हो, निर्यात ही नहीं, आयात तक कम हो रहा हो और बेरोज़गारी बेतहाशा बढ़ रही हो, उसे क्या कहेंगे! आर्थिक सुस्ती तो हो रही है, पर यह सुस्ती कब मंदी के रूप में सामने खड़ी हो जाए, यह कई बार पता नहीं चलता है।