पिछले कुछ साल से दुनिया भर से आ रही ख़राब आर्थिक ख़बरों के बावजूद देश के अर्थशास्त्री इस बात पर संतोष जता रहे थे कि भारत की अर्थव्यवस्था में भले ही गिरावट दिख रही हो, फिर भी यह दुनिया की सबसे तेज़ी से तरक्की करती अर्थव्यवस्थाओं में है। इस साल मार्च महीने के बाद से यह साफ हो गया था कि कोरोना वायरस अब सारे समीकरणों को बदल देगा। लेकिन यह समीकरण अचानक ही सिर के बल खड़े दिखाई देंगे, ऐसा किसी ने नहीं सोचा था।