भारत में महामारी के इतिहास को लेकर दुनिया को जितना भ्रमित जॉन जेफ़निया होलवेल ने किया उतना शायद ही किसी और ने किया हो। पेशे से सर्जन और ईस्ट इंडिया कंपनी को अपनी सेवाएं देने के लिए भारत आए होलवेल कई तरह से भारतीय इतिहास की अजीबोगरीब शख्सियत थे। दिलचस्प यह भी है कि वह लॉर्ड क्लाइव के रिटायर होने के बाद कंपनी के सर्वोच्च पद बंगाल के गवर्नर के ओहदे तक भी पहुँच गए थे।

जॉन जेफ़निया होलवेल ने भारत में चेचक के अतीत के बारे में एक ऐसी टिप्पणी लिख दी जिससे इतिहासकारों की सोच बदल गई। उन्होंने कहा कि भारत में चेचक ‘टाइम इममेमोरियल‘ यानी अनंत काल से मौजूद है। इस टिप्पणी में उन्होंने यह भी कहा कि सुश्रुत और वागभट्ट ने तो अपने लेखन में किया ही है, इसका जिक्र अथर्ववेद में भी है।