स्वतंत्रता का अमृत महोत्सव मनाने की शुरुआत करते हुए यानी 75वें स्वतंत्रता दिवस पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लाल किले की प्राचीर से जो कहा, उसमें कम शब्दों में एक बड़ी बात थी 'ईज़ ऑफ डूइंग बिजनेस' यानी व्यापार करना आसान बनाने पर।

यह सवाल उठना लाजमी है कि आँकड़ों में, सरकारी फाइलों में विदेशी निवेश कितना भी बढ़ता दिखे। क्या वह आम आदमी को रोजगार देने में मदद करेगा? और सरकार ऐसा क्या करेगी कि इस सवाल का जवाब हां में ही मिले, ना में नहीं? तभी आज़ादी का अमृत महोत्सव सबके लिए अमृतवर्षा का सबब बन पाएगा।
यह सरकार कई साल से 'ईज ऑफ डूइंग बिजनेस' पर काम कर रही है और उन्होंने कहा भी कि देश के व्यापार और उद्योग आज इस बदलाव को महसूस कर रहे हैं।
लेकिन इसके बाद जो अगली बात उन्होंने कही वह ध्यान देने लायक है। उन्होंने कहा,