नोटबंदी के पाँच साल बाद यह सवाल उठना स्वाभाविक है कि क्या यह अपने मक़सद में कामयाब रही? जिस नोटबंदी को काले धन पर 'सर्जिकल स्ट्राइक' बताया गया था क्या उसके बाद अब भारतीय अर्थव्यवस्था में काला धन नहीं रहा?