पिछले कुछ महीनों से मोदी सरकार की ओर से 2024 तक भारत को 5 ख़रब डॉलर की अर्थव्यवस्था बनाने के दावे जोर-शोर से किए जा रहे हैं। जो लोग इसे लेकर शंका ज़ाहिर करते हैं, उन्हें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पेशेवर निराशावादी भी बता चुके हैं। आज की स्थिति अगर देखें तो हमारी अर्थव्यवस्था 2.6 ख़रब डॉलर है, यानी अगले पाँच वर्षों में इसे लगभग दुगना करना होगा। लेकिन क्या देश की वर्तमान अर्थव्यवस्था को देखकर यह लगता है कि ऐसा हो पाएगा?