आर्थिक सर्वेक्षण 2025 ने भारत की आर्थिक प्रगति, चुनौतियों और भविष्य की संभावनाओं पर विस्तृत प्रकाश डाला है। लेकिन आर्थिक सर्वे बेरोजगारी, गरीबी, महंगाई दूर करने के उपायों पर कुछ भी ठोस नहीं कह सका है। कमजोर निवेश और मैन्यूफैक्चरिंग क्षेत्र में गिरावट के कारण चालू वित्त वर्ष में भारत की जीडीपी 4 साल की सबसे कम गति 6.4 प्रतिशत से बढ़ने का अनुमान है। यह पिछले साल के आर्थिक सर्वेक्षण में अनुमानित 6.5-7 प्रतिशत की बढ़ोतरी और भारतीय रिज़र्व बैंक के 6.6 प्रतिशत अनुमान से कम है। यानी एक तरह से कह सकते हैं कि आर्थिक मोर्चे पर मोदी सरकार का प्रदर्शन बेहतर नहीं है।
आर्थिक सर्वे 2025ः आशावादी आंकड़ों के बावजूद विकास की रफ्तार सुस्त
- अर्थतंत्र
- |
- 31 Feb, 2025
केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने भारत का आर्थिक सर्वे 2025 पेश कर दिया है। इस सर्वे से संकेत मिल रहा है कि आर्थिक प्रगति की रफ्तार धीमी हुई है। आर्थिक सर्वे ने कोई बेहतर तस्वीर पेश नहीं की है।
