सरकारी कंपनियों का आँकड़ा ही बताता है कि इन कंपनियों में सरकारी नौकरियाँ लाखों की तादाद में कम हुई हैं। इससे जुड़े एक सर्वे की रिपोर्ट में कहा गया है कि पिछले एक दशक में केंद्रीय सार्वजनिक क्षेत्र के उद्यमों यानी सीपीएसई में सरकारी नौकरियों में क़रीब पौने तीन लाख की कमी आई है। हालाँकि, अनुबंध वाले रोजगार में वृद्धि हुई है। यानी कहा जा सकता है कि स्थायी कर्मचारियों की जगह अनुबंध वाले कर्मचारियों को रखा जा रहा है।