चुनाव को देखते हुए सरकार भले ही नियुक्ति पत्र बाँटने का कार्यक्रम कर रही हो, लेकिन सरकारी नौकरियों की वास्तविक स्थिति क्या है, यह सरकारी कंपनियों के आए आँकड़ों से पता चल जाता है।
आर्थिक मोर्चे पर ख़राब हालत और हर सेक्टर में नकारात्मक विकास दर के बीच दिल्ली चुनाव अभियान में अपने काम बताने में विफल रही बीजेपी सरकार अब अपनी छवि चमकाने की तैयारी कर रही है।