कोरोना रोकथाम के लिए लगाए गए देशव्यापी लॉकडाउन की वजह से अप्रैल यानी सिर्फ एक महीने में 12 करोड़ से ज़्यादा लोगों का रोज़गार छिन गया। इनमें से अधिकतर लोग असंगठित क्षेत्र के कर्मचारी और दिहाड़ी मज़दूर हैं।