केंद्र सरकार जेईई और एनईईटी परीक्षाएं हर हाल में करवाने पर अडिग है और छात्रों की तमाम समस्याओं  को अनदेखा करते हुए उनकी तमाम आपत्तियों को खारिज कर रही है। पर छात्रों की दिक्क़तें अपनी जगह हैं। लेकिन इसके साथ ही कई तरह के सवाल भी उठते हैं और संवदेनशीलता का मुद्दा भी उठता है।