प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को लोग क्या नापसंद करने लगे हैं? क्या उनकी लोकप्रियता में गिरावट आने लगी है? ऐसे सवाल पूछने की हिम्मत विरोधी भी नहीं कर पाते। ऐसा इसलिए क्योंकि नरेंद्र मोदी ने दुनिया भर में अपनी सभाओं में भीड़ जुटाई है और तारीफ बटोरी हैं। देश में भीड़ खींचने वाला उनसे बड़ा नेता कोई और नहीं है। उनके हर भाषण में जो राइमिंग होती है, जो तुकबंदी होती है या फिर जो एब्रिविएशन होता है वह किसी नेता के भाषण में नहीं दिखता।
क्यों बढ़ रहे हैं ‘मन की बात’ के डिसलाइक्स, NEET-JEE के छात्रों का विरोध तो वजह नहीं!
- विचार
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- 1 Sep, 2020

दर्शकों का इतना चहेता होने के बावजूद यू ट्यूब पर लोगों की ओर से नापसंद किया जाना प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और बीजेपी के लिए खतरे की घंटी है।
मोदी पब्लिक से नारे लगवाते हैं, वे देश की जनता से ताली-थाली बजवाते हैं और यहां तक कि घरों में दीये भी जलवा लेते हैं। फिर अचानक ऐसा क्या और क्यों हुआ है कि नरेंद्र मोदी की लोकप्रियता का सवाल गंभीर बनकर पेश हो रहा है?