शरजील इमाम के ख़िलाफ़ अदालत ने 2019 के जामिया हिंसा मामले में आरोप तय किए हैं। यानी आरोप तय होने में ही घटना के बाद छह साल लग गए। शरजील इमाम 2020 के दिल्ली दंगा मामले में भी आरोपी हैं और इस मामले में ट्रायल तक नहीं शुरू हुआ है। इसी मामले में उमर खालिद भी आरोपी हैं। तो सवाल है कि पाँच साल में अभी ट्रायल भी शुरू क्यों नहीं हो पाया?