अमेरिका को बांग्लादेश में धार्मिक अल्पसंख्यकों की चिंता है, लेकिन क्या बाक़ी देशों में भी अल्पसंख्यकों की ऐसी ही चिंता है? कहीं यह इससे तो तय नहीं होता है कि उस मामले में अमेरिका का हित कितना ज़्यादा है?