मोदी सरकार ने चीनी सीजन 2022-23 (अक्टूबर-सितंबर) के लिए गन्ने के उचित और लाभकारी मूल्य (एफआरपी) को 305 रुपये प्रति क्विंटल पर मंजूरी दे दी है। लेकिन किसान संगठनों ने 15 रुपये की बढ़ोतरी को बहुत कम बताया है। किसान संगठनों की बात वाजिब भी है। यूपी समेत तमाम चीनी मिलों पर किसानों का अभी भी बहुत बड़ा बकाया है। हालात ये हैं कि यूपी की मुख्य गन्ना बेल्ट वेस्ट यूपी में 8 अगस्त को गन्ना किसान बकाया भुगतान को लेकर बड़ा प्रदर्शन करने वाले हैं।
गन्ना किसान 15 रुपये की बढ़ोतरी से कैसे खुश होंगे साहब, उनका बकाया तो दो
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- 4 Aug, 2022
केंद्र सरकार ने गन्ने के समर्थन मूल्य में 15 रुपये की बढ़ोतरी कर दी है और खुद की पीठ भी ठोंक रही है। लेकिन जमीनी हकीकत ये है कि इस बढ़ोतरी से गन्ना किसान प्रभावित नहीं हुए हैं। उनका पिछला बकाया मिला नहीं है और वे अगली फसल बोने की तैयारी कैसे करें। अगर सिर्फ यूपी की ही बात की जाए तो किसानों का दर्ज समझ में आ जाएगा, जहां 8 अगस्त को किसान गन्ने का बकाया भुगतान को लेकर बड़े प्रदर्शन की तैयारी कर रहे हैं।
