खेती और किसानी पर नीति आयोग की बैठक में खूब बातें हुईं। उनकी आमदनी बढ़ने तक की बातें हुईं। बीजेपी शासित राज्यों ने किसानों की जिन्दगी बदलने के लिए सरकार की पीठ ठोंकी, पीएम मोदी को बधाई दी। लेकिन खेती और किसानी की हकीकत क्या है, क्या सचमुच आमदनी बढ़ी है, पढ़िए यह रिपोर्ट।
केंद्र सरकार ने गन्ने के समर्थन मूल्य में 15 रुपये की बढ़ोतरी कर दी है और खुद की पीठ भी ठोंक रही है। लेकिन जमीनी हकीकत ये है कि इस बढ़ोतरी से गन्ना किसान प्रभावित नहीं हुए हैं। उनका पिछला बकाया मिला नहीं है और वे अगली फसल बोने की तैयारी कैसे करें। अगर सिर्फ यूपी की ही बात की जाए तो किसानों का दर्ज समझ में आ जाएगा, जहां 8 अगस्त को किसान गन्ने का बकाया भुगतान को लेकर बड़े प्रदर्शन की तैयारी कर रहे हैं।
देश की अर्थव्यवस्था 2021 की पहली तिमाही में क़रीब एक चौथाई माइनस में है पर देश की किसानी प्लस में है । इसी दौर में कृषि उत्पादन का निर्यात भी क़रीब २४ फ़ीसदी बढ़ा है । पूर्व केंद्रीय कृषि मंत्री सोमपाल शास्त्री से इसकी वजह पूछ रहे हैं शीतल पी सिंह। Satya Hindi