मालेगाँव धमाके में इस्तेमाल की गयी बाइक की मालिक प्रज्ञा सिंह ठाकुर से जब एटीएस ने मुंबई में पूछताछ की तो उन्होंने कहा कि मेरा इसमें कोई हाथ नहीं है। उन्होंने कहा कि इसमें आर्मी के एक अधिकारी का हाथ है जो पँचमढ़ी में अरबी सीख रहा था। प्रज्ञा ने उस अधिकारी का नाम तो नहीं बताया लेकिन उनके मोबाइल में उसका नंबर था। एटीएस ने सेना से संपर्क किया कि आपका कौन अधिकारी है जो पँचमढ़ी में अरबी सीख रहा है तो पता चला कि वह व्यक्ति ले. क. पुरोहित है। एटीएस ने तब तक पुरोहित का मोबाइल सर्विलांस पर ले लिया था और इसी सर्विलांस के दौरान पुरोहित का एक कॉल पकड़ा गया जिसमें वे सेना के एक पूर्व अधिकारी रमेश उपाध्याय से बात कर रहे थे।
मालेगाँव पार्ट-2 : जब प्रज्ञा ने लिया ‘आर्मी अफ़सर’ का नाम
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- 18 Apr, 2019

दिग्विजय सिंह के ख़िलाफ़ चुनाव में उतरने की घोषणा के साथ ही साध्वी प्रज्ञा सिंह एक बार फिर ख़बरों में हैं। वे मालेगाँव धमाका मामले में मुख्य अभियुक्त हैं, अदालत ने उनके ख़िलाफ़ मुक़दमा चलाने को कहा है। प्रज्ञा फ़िलहाल ज़मानत पर हैं। सत्य हिन्दी ने मालेगाँव कांड पर एक शृंखला शुरू की है। इसकी पहली कड़ी पहले प्रकाशित की जा चुकी है। अब पेश है इसकी दूसरी कड़ी।
नीरेंद्र नागर सत्यहिंदी.कॉम के पूर्व संपादक हैं। इससे पहले वे नवभारतटाइम्स.कॉम में संपादक और आज तक टीवी चैनल में सीनियर प्रड्यूसर रह चुके हैं। 35 साल से पत्रकारिता के पेशे से जुड़े नीरेंद्र लेखन को इसका ज़रूरी हिस्सा मानते हैं। वे देश