मुंबई पुलिस के पूर्व कमिशनर जूलियो रिबेरो ने शुक्रवार को कहा कि मालेगाँव धमाके की जाँच कर रहे एटीएस चीफ़ हेमंत करकरे से उनकी मुंबई हमले से एक दिन पहले मुलाक़ात हुई थी जिससे पता चलता था कि उनपर कोई ’अदृश्य’ दबाव था और इस कारण वे बेहद तनाव में थे। रिबेरो के अनुसार करकरे मालेगाँव मामले में राजनीतिक आरोपों के कारण परेशान थे लेकिन उनपर जो ‘अदृश्य’ दबाव पड़ रहा था और जिसके बारे में मीडिया में ज़्यादा चर्चा हुई है, वह राजनीतिक नहीं, सामाजिक था।