भारत में धार्मिक आज़ादी, सहिष्णुता और एक दूसरे धर्मों के प्रति लोगों के रवैये के रोचक तथ्य सामने आए हैं। लोगों के रवैये में ग़ज़ब का विरोधाभास है। सर्वे की रिपोर्ट के अनुसार, सभी धर्मों के अधिकांश भारतीय महसूस करते हैं कि उन्हें धार्मिक स्वतंत्रता है, वे धार्मिक सहिष्णुता को महत्व देते हैं, और सभी धर्मों के सम्मान को भारत का केंद्रीय तत्व मानते हैं। ऐसी भावना होने के बावजूद वे कुछ चीजें स्वीकार नहीं करते हैं। सभी प्रमुख धार्मिक समूहों में अधिकतर लोग अलग-अलग धर्म के लोगों के बीच मेलजोल, दोस्तों का सर्कल, अंतरधार्मिक शादी और दूसरे धर्म के पड़ोसी को स्वीकार नहीं करते हैं।
सभी धर्मों में अधिकतर बोले- धार्मिक आज़ादी है पर मेलजोल पसंद नहीं: प्यू सर्वे
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- 30 Jun, 2021
भारत में धार्मिक आज़ादी, सहिष्णुता और एक दूसरे धर्मों के प्रति लोगों के रवैये के रोचक तथ्य सामने आए हैं। प्यू से सर्वे के उनुसार लोगों के रवैये में ग़ज़ब का विरोधाभास है।

प्यू के सर्वे के परिणाम भारत के मौजूदा हालात के बीच काफ़ी रोचक हैं। ऐसा इसलिए कि हाल के वर्षों में ऐसी रिपोर्टें आती रही हैं कि देश में धार्मिक असहिष्णुता बढ़ी है। लेकिन काफ़ी विश्वसनीय और ख्यात अमेरिका के वाशिंगटन डीसी स्थित एक गैर-लाभकारी संस्था प्यू रिसर्च सेंटर का सर्वे रोचक तथ्य पेश करता है।