पिछले साल आई कोरोना महामारी ने लोगों की जानें ही नहीं लीं, ग़रीबों को और ग़रीब ही नहीं किया, बल्कि बड़े स्तर पर मध्य वर्ग को भी प्रभावित किया है। एक रिपोर्ट के अनुसार इस महामारी ने भारत में 3 करोड़ 20 लाख लोगों को मध्य वर्ग से दूर कर दिया। अमेरिका के प्रतिष्ठित प्यू रिसर्च सेंटर ने यह रिपोर्ट कुछ दिन पहले जारी की है। इसने कहा है कि ऐसा इसलिए हुआ क्योंकि कोरोना महामारी और लॉकडाउन में बड़े पैमाने पर नौकरियाँ गईं और इसने लाखों लोगों को ग़रीबी में धकेल दिया।
कोरोना ने 3.2 करोड़ भारतीयों को मध्य वर्ग से वंचित किया: प्यू रिसर्च
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- 19 Mar, 2021
पिछले साल आई कोरोना महामारी ने लोगों की जानें ही नहीं लीं, ग़रीबों को और ग़रीब ही नहीं किया, बल्कि बड़े स्तर पर मध्य वर्ग को भी प्रभावित किया है। प्यू रिसर्च के अनुसार महामारी ने भारत में 3 करोड़ 20 लाख लोगों को मध्य वर्ग से दूर कर दिया।

वैसे, प्यू रिसर्च से अलग दूसरे सर्वे की बात करें तो ओवरऑल बेरोज़गारी दर डरावनी स्तर तक पहुँच गई है। इस साल की शुरुआत में ही सेंटर फ़ॉर मॉनीटरिंग इंडियन इकोनॉमी (सीएमआईई) के आँकड़ों के अनुसार, दिसंबर में राष्ट्रीय बेरोज़गारी दर 9.06 प्रतिशत पर पहुँच गई। यह नवंबर में 6.51 प्रतिशत थी। इसी तरह ग्रामीण बेरोज़गारी दिसंबर में 9.15 प्रतिशत पर थी, यह नवंबर में 6.26 प्रतिशत पर थी। यानी लॉकडाउन के बाद भी बेरोज़गारी दर बढ़ती ही दिखी।