इजराइली स्पाइवेयर पेगासस से भारत में जासूसी कराने के जो आरोप लग रहे हैं उसे कौन करा रहा होगा और इतने खर्चीले स्पाइवेयर से कौन सौदा कर सकता है? एनएसओ ही साफ़ तौर पर कहता रहा है कि वह सिर्फ़ सरकारों को ही वह साफ़्टवेयर मुहैया कराता है, लेकिन यदि इसकी बातों को खारिज भी कर दिया जाए तो पेगासस पर सालाना क़रीब साढ़े 3 अरब रुपये ख़र्च करने की क्षमता किसके पास हो सकती है? वह भी क़रीब 300 लोगों की निगरानी के लिए ही। 2019 में भी पेगासस से जासूसी कराए जाने के आरोप लगे थे।