सरकार ने इस साल मनरेगा के लिए 86,000 करोड़ रुपये आवंटित किए हैं। यह पिछले वित्त वर्ष 2023-24 में योजना के वास्तविक व्यय 1.05 लाख करोड़ रुपये से 19,297 करोड़ रुपये कम है। हालाँकि, पिछले वित्त वर्ष में 60 हज़ार करोड़ रुपये ही आवंटित किए गए थे। इस साल मनरेगा के लिए आवंटन कुल बजटीय आवंटन का सिर्फ 1.78% है, जो योजना के वित्तपोषण में दस साल का सबसे कम है। पिछले कुछ वर्षों से जिस तरह से मनरेगा के आवंटन में कमी आई है, इसको लेकर ग्रामीण रोजगार और ख़पत को लेकर कई तरह की आशंकाएँ जताई जा रही हैं।