गृह मंत्रालय (एमएचए) ने फरवरी में शंभू (अंबाला) और खनौरी (जींद) सीमाओं पर किसानों को दिल्ली पहुंचने से रोकने में शामिल सभी पुलिस अधिकारियों के फायरिंग विवरण पर हरियाणा सरकार से स्पष्टीकरण मांगा है। ये वो पुलिस अधिकारी हैं, जिनकी वीरता के लिए मेडल की सिफारिश की गई है। पूछा गया है कि इन आईपीएस और एचपीसएस अफसरों ने कितनी गोलियां चलाईं।
हरियाणा मेडल विवादः केंद्रीय गृह मंत्रालय ने किसानों पर फायरिंग का पूरा विवरण मांगा
- हरियाणा
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- 29 Mar, 2025
फरवरी 2024 में किसान आंदोलन के दौरान शंभू और खनौरी बॉर्डर पर किसानों को रोकने वाले पुलिसकर्मियों को मेडल की सिफारिश करने पर केंद्रीय गृह मंत्रालय ने हरियाणा सरकार से सवाल पूछे हैं। शंभू और खनौरी बॉर्डर पर हरियाणा पुलिस ने जमकर लाठी चार्ज, आंसू गैस के गोले और पैलेट गन का इस्तेमाल किया था। शंभू बॉर्डर पर किसान शुभकरण सिंह के सिर में पैलेट गन की गोली लगने से मौत तक हो गई। जानिए अमित शाह के मंत्रालय का अब क्या रुख हैः
