भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जे.पी.नड्डा का यह कहना सामान्य नहीं है कि ‘अब पार्टी को राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) की ज़रूरत नहीं है।’ उनका तर्क है कि बीजेपी अब सक्षम हो गयी है। जब सक्षम नहीं थी तब आरएसएस की ज़रूरत थी। सवाल ये है कि बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष को ऐन लोकसभा चुनाव के बीच को यह सफ़ाई देने की ज़रूरत क्यों पड़ी? कहीं ऐसा तो नहीं कि नड्डा संभावित हार की आशंका से घबराये हुए हैं और आरएसएस को इसके दाग़ से बचाने की क़वायद एक योजना के तहत शुरू की गयी है।
RSS को बीजेपी की संभावित हार के असर से बचाने की कवायद है नड्डा का बयान
- देश
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- 29 Mar, 2025
भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा ने अभी हाल ही में अपने एक इंटरव्यू में कहा था कि भाजपा अब आरएसएस पर निर्भर नहीं है। वो खुद में यह चुनाव जीतने में सक्षम है। इस बयान के बाद देश में भाजपा-संघ रिश्तों पर बहस शुरू हो गई। यह बहस भी हुई कि कैसे मोदी और शाह ने आरएसएस को उसकी जगह बता दी। वरिष्ठ पत्रकार पंकज श्रीवास्तव ने इसका कुछ अलग विश्लेषण किया है। उन्हीं से जानिएः
