केंद्र सरकार को अपनी ताक़त और एकजुटता का अहसास करा चुके किसानों ने आंदोलन को और तेज़ करने का एलान किया है। शनिवार शाम को सिंघु बॉर्डर पर हुई प्रेस कॉन्फ्रेन्स में किसान नेता कमलप्रीत पन्नू ने कहा कि किसान संगठन चाहते हैं कि इन क़ानूनों को तुरंत वापस लिया जाए और उन्हें किसी भी तरह का संशोधन स्वीकार नहीं है। उन्होंने कहा कि हम सरकार से बातचीत के लिए तैयार हैं।
किसान आंदोलन: 14 को भूख हड़ताल, 19 दिसंबर से अनशन
- देश
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- 13 Dec, 2020
कई दौर की बातचीत के फ़ेल होने के बाद अब किसान लंबी और जोरदार लड़ाई के लिए मैदान में डट चुके हैं।

पन्नू ने कहा कि 14 दिसंबर को किसान सिंघु बॉर्डर पर भूख हड़ताल करेंगे। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार हमारे आंदोलन को फ़ेल करना चाहती है लेकिन हम शांतिपूर्वक इसे जारी रखेंगे।
पन्नू ने कहा, ‘किसानों ने फ़ैसला लिया है कि इस आंदोलन को और बढ़ाया जाएगा। रविवार को राजस्थान के शाहजहांपुर से हज़ारों किसान ट्रैक्टर-ट्रालियों में निकलेंगे और 11 बजे दिल्ली-जयपुर हाईवे को जाम करेंगे।’ उन्होंने कहा कि 14 दिसंबर को आंदोलनकारी देश भर में सुबह 8 से शाम 5 बजे तक डीएम कार्यालयों के बाहर धरना देंगे।