क्या हम भारतीय भी उतने ही नस्लीय हैं जितने कि दुनिया के दूसरे कई हिस्सों के कुछ लोग? यह सवाल इसलिए कि देश की स्टार बैडमिंटन खिलाड़ी और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर मेडल जीतकर देश का गौरव बढ़ाने वाली ज्वाला गुट्टा पर ऐसा ही नस्लीय हमला किया जा रहा है।
बैडमिंटन स्टार ज्वाला गुट्टा पर कोरोना की आड़ में नस्लीय टिप्पणियाँ क्यों?
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- 8 Apr, 2020
देश की बैडमिंटन खिलाड़ी और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर मेडल जीतकर देश का गौरव बढ़ाने वाली ज्वाला गुट्टा के साथ ऐसा ही नस्लीय हमला किया जा रहा है।

दरअसल, जिन ज्वाला गुट्टा के बैडमिंटन में मेडल जीतने पर भारत का गौरव और भारत की महान बेटी जैसी तारीफ़ें की जाती रही हैं, उन्हें अब ट्रोल और आईटी सेल वाले 'हाफ़ कोरोना' जैसे शब्दों से निशाना बना रहे हैं। यह बात ख़ुद ज्वाला गुट्टा ने कही है। उन्होंने कहा है कि किसी मुद्दे पर बहुमत से अलग विचार रखने पर उन्हें 'चीन का माल', 'हाफ़ चाइनीज', 'चिंकी' जैसे शब्दों से ट्विटर पर पहले से ही निशाना बनाया जाता रहा है, लेकिन कोरोना वायरस के आने के बाद अब उन्हें कोरोना के नाम पर हमला किया जा रहा है। वह कहती हैं कि ये वही लोग हैं जो आमने-सामने मिलने पर मेरे साथ सेल्फ़ी लेते हैं।