सांख्यिकी और कार्यक्रम कार्यान्वयन मंत्रालय (MoSPI) ने अनौपचारिक क्षेत्रों में नौकरियों का डेटा जारी किया है। इसके अनुसार, 2022-23 में अनौपचारिक क्षेत्र में कार्यरत लोगों की संख्या 2015-16 में 11.13 करोड़ की तुलना में 16.45 लाख या लगभग 1.5 प्रतिशत घटकर 10.96 करोड़ रह गई।
तीन झटके- नोटबंदी, जीएसटी, कोविड ने 7 वर्षों में 16.45 लाख नौकरियाँ ख़त्म कर दीं
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- 12 Jul, 2024
मोदी सरकार की पूरी कोशिश है कि रोजगार पर किसी भी तरह का आंकड़ा बाहर न आए और अभी तक उसने पिछले एक दशक में यानी अपने 10 साल के कार्यकाल में करोड़ों नौकरियां दी हैं। लेकिन यह सब सफेद झूठ है। आंकड़े धीरे-धीरे बाहर आ रहे हैं जो भारत में बेरोजगारी की भयावह तस्वीर दिखा रहे हैं। जिनके अगले कुछ वर्षों में सुधरने की कोई उम्मीद नहीं है।
