मोदी सरकार की पूरी कोशिश है कि रोजगार पर किसी भी तरह का आंकड़ा बाहर न आए और अभी तक उसने पिछले एक दशक में यानी अपने 10 साल के कार्यकाल में करोड़ों नौकरियां दी हैं। लेकिन यह सब सफेद झूठ है। आंकड़े धीरे-धीरे बाहर आ रहे हैं जो भारत में बेरोजगारी की भयावह तस्वीर दिखा रहे हैं। जिनके अगले कुछ वर्षों में सुधरने की कोई उम्मीद नहीं है।