देश में कोरोना वैक्सीन की कमी है या नहीं? इस सवाल का उन राजनेताओं के जवाब पर कितना भरोसा होगा जो एक तरफ़ चुनावी रैलियों में हज़ारों की भीड़ इकट्ठी करते हैं और फिर कोरोना से सचेत रहने को कहते हैं, सोशल डिस्टेंसिंग के नियमों का पालन, मास्क लगाने और टीके लगाने को कहते हैं? इसलिए राजनीतिक आरोपों-प्रत्यारोपों से अलग मुद्दा यह है कि आख़िर देश में कोरोना वैक्सीन की स्थिति क्या है?
सरकार क्यों नहीं मान रही कि कोरोना वैक्सीन कम पड़ी?
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- 8 Apr, 2021
देश में कोरोना वैक्सीन की कमी है या नहीं? महाराष्ट्र के मुंबई, पुणे, सतारा और पनवेल क्षेत्र में कोरोना वैक्सीन कम पड़ने की वजह से टीकाकरण केंद्रों को बंद करना पड़ा है।

इस सवाल का जवाब उन तथ्यों से मिल जाएगा जो सार्वजनिक तौर पर उपलब्ध हैं। एक, 45 साल से नीचे के लोगों को वैक्सीन लगाने की मंजूरी नहीं दी गई है। दो, जहाँ कोरोना अनियंत्रित है वहाँ भी 45 से कम उम्र के लोगों को वैक्सीन लगाने की छूट नहीं दी जा रही है। तीन, वैक्सीन बनाने वाली कंपनियाँ सरकार से पैसे माँग रही हैं कि वे वैक्सीन बनाने की क्षमता दोगुना कर सकें। और चार, उससे भी बड़ी बात सरकार का यह बयान कि 'कोरोना वैक्सीन उन लोगों के लिए उपलब्ध हैं जिनको इसकी ज़रूरत है, न कि उनके लिए जो इसे चाहते हैं'। इन तथ्यों से क्या यह साफ़ नहीं है कि वैक्सीन की माँग ज़्यादा है और इसकी पूरी पूर्ति नहीं की जा रही है?